कश्मीर का मतलब किया है, किया आप जानते हो ?

कश्मीर का मतलब किया है
मैं गारंटी के साथ बोल सकता हू कि पाकिस्तान का कोई भी आदमी कश्मीर शब्द का शायद मतलब नहीं निकल पाया कश्मीर शब्द आया है संस्कृत शब्द “काश्यपमोर” से ।
प्राचीन ऋषि काश्यप मुनि का नाम लिया गया है “कश्यप”। और “मीर” या “मोर” का अर्थ हैं जलाशय या झील। अर्थात कश्मीर का मतलब है कश्यप जलाशय । इस नाम के पिसे पौराणिक कहानी भी है, एक समय था जब कश्मीर एक बड़ा झील था उसका नाम “सतीसर” ।
ऋषि कश्यप ने उस झील को निसकाशन यानि सूखा के उस स्थान मे मनुष्य को रहने उपोयोग बनाया। तबसे कश्मीर नाम को जनमानस मे परिचित होने लगा। ये जो मैंने कश्मीर शब्द का अर्थ बताया ये एक ग्रंथ मैं उल्लेखित है, प्राचीन संस्कृत साहित्य “राजतरंगिनी” मे कश्मीर का मतलब बताया गया है । उस ग्रंथ मे कश्मीर को पवित्र और समृद्धिशाली भूमि बताया गया है । कश्मीर की प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक विविधता भरी परी है
कश्मीर की चार सीमाओ को भी हमे जानना जरूरी है :
1 पुर्बी कश्मीर मे लद्दाख और कारगिल क्षेत्र है ।
2. परछीमी मे उरी, तंगधार और हंदबाड़ा जैसे क्षेत्र शामिल है ।
3. कश्मीर के उत्तरी क्षेत्र मे कुपवाड़ा, बारामुल्ला और बांदीपोरा जिले है । सामरिक डिस्ट्रिकोण से, यह क्षेत्र महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पाकिस्तानी सीमा के करीब है।
4. दक्षिण कश्मीर मे अनंतनाग,पुलवामा, कुलगाम और शोपीया जिले शामिल है ।
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कश्मीर के पहले राजा से लेकर अबतक जीतने भी शशक बने है आप इसे भी जान सकते है:
प्राचीन कल मे नगबंश के राजाओ का भो कश्मीर से मिलता है । नागबंश का राजा महाभारत से भी पहले का माना जाता है। गोनन्दा कश्मीर का सबसे पहला राजा था ।
उसके बाद प्राचीन कल से आते आते, मौर्य युग (तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व) :
सम्राट अशोक ने कश्मीर में बौद्ध धर्म का प्रसार किया, जिन्होंने इस क्षेत्र को अपने राज्य में शामिल किया। इसके अलावा, उन्होंने श्रीनगर की स्थापना की।
कुषाण काल के दौरान कश्मीर व्यापार और संस्कृति का केंद्र बन गया। बाद में हूण ने आक्रमण से इसकी सामाजिक संरचना प्रभावित हुई।
{7वीं-8वीं} शताब्दी मे कार्कोट वंश :
उस समय ललितादित्य मुक्तापीड राजा बने थे। इनको महानतम शासक माना जाता है। इनका प्रभुत्व पूरे उत्तर भारत पर था ।
{9वीं–11वीं} शताब्दी मे लोहार वंश और हरष वंश ने शासन किया:
कला, संगीत और साहित्य मुख्यत कश्मीर में बढ़ावा दिया। “राजतरंगिणी” प्रसिद्ध ग्रंथ की रचना कल्हण ने लिखी थी ।
फिर आया {14वीं–16वीं}शताब्दी, मुस्लिम शासन :
मुस्लिम शासन की शुरुआत शाह मीर वंश की थी । चक वंश काल मे इस्लाम का प्रभाव बढ़ा, परंतु हिन्दू-मुस्लिम मे कोई दरार नही बना था सहअस्तित्व बना था ।
{1586–1752} मुग़ल शासन :
1586 में कश्मीर को अकबर ने मुग़ल साम्राज्य में शामिल किया था। निशात और शालीमार बाग शाहजहाँ और जहांगीर ने बनाया था, कश्मीर को खूब सजाया-संवारा था।
फिर 1752–1947 मे अफ़ग़ान, सिख और डोगरा शासन आया: पहले अफगानों ने, फिर सिखों ने और अंत में डोगरा राजा गुलाब सिंह ने कश्मीर पर शासन किया। 1846 में अमृतसर संधि के बाद डोगराओं ने कश्मीर पर नियंत्रण कर लिया
भारत में प्रवेश और वर्तमान स्थिति

1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद राजा हरि सिंह ने कश्मीर को भारत में शामिल किया था। 2019 में अनुच्छेद 370 के उन्मूलन के बाद, कश्मीर को एक विशेष संवैधानिक राज्य के रूप में पुनर्वर्गीकृत किया गया और इसे जम्मू और कश्मीर और लद्दाख, दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया।
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News desk – @taazabayte.com
20th May 2025
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